सोनहत विकासखंड में जिला पंचायत सदस्य के चुनाव की सरगर्मी बढ़ी, पूनम सोनपाकर लड़ेंगी सोनहत सीट से चुनाव

*सोनहत विकासखंड में जिला पंचायत सदस्य के चुनाव की सरगर्मी बढ़ी, पूनम सोनपाकर लड़ेंगी सोनहत सीट से चुनाव*
सोनहत / जिला पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गईं है एक ओर जहां सोनहत से भाजपा ने शिवकुमारी सोंपाकर को चुनाव मैदान में सीट क्रमांक 7 सोनहत कटगोड़ी से उतार दिया है वही, कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नही खोले हैं, सूत्रों की माने तो कांग्रेस से भी 2 चेहरे दावेदारी कर रहे हैं, जिसमे पूनम सोंपाकर और जयवती चेरवा हैं, सूत्रों की माने तो नेताप्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने पूनम सोंपाकर को अपना आशीर्वाद दे दिया है, पूनम सोंपाकर के पति जयचंद सोंपाकर क्षेत्र में अधिवक्ता है जिसके कारण उनकी स्थिति मजबूत मानी जा रही है, वही जय वती को भी कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सपोर्ट है, जयचंद सोंपाकर निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके है जिसके बाद से क्षेत्र में उनकी छवि अच्छी है
*पंडो समाज ने किया समर्थन का एलान*
पंडो समाज ने कांग्रेस के जिला अध्यक्ष को पत्र लिख पूनम सोंपाकर को समर्थन का ऐलान किया है, वही रविदास समाज ने भी पूनम सोंपाकर के समर्थन की बात कही है, उक्त दोनों समाजों की ठीक ठाक संख्या क्षेत्र में है ऐसी स्थिति में पूनम सोंपाकर की स्थिति मजबूत मानी जा रही है, लेकिन यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि कांग्रेस की सत्ता वर्तमान में नही है और उसका मुकाबला सत्त्ता धारी दल के प्रत्यासी से है, और भाजपा के नव निर्वाचित जिलाध्यक्ष भी पूरी ताकत चुनाव में झोंकेंगे जिससे यह चुनाव दिलचस्प हो जाएगा, वही दूसरी सीट पर कांग्रेस के सुरेश सिंह व भाजपा के रामप्रताप मरावी के बीच सीधा मुकाबला है, सुरेश सिंह कांग्रेस के वर्तमान ब्लॉक अध्यक्ष है और रामप्रताप मरावी पूर्व जनपद अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान जनपद सदस्य भी हैं जिससे दोनों में कड़ा मुकाबला होगा, इसी बीच गोंडवाना गड़तंत्र पार्टी ने भी ताल ठोका हुआ है और उसके अपने परम्परागत वोट है जो भाजपा कांग्रेस की संकट में डाल सकते हैं
*जनपद सदस्य हेतु प्रचार का दौर शुरू*
जनपद सदस्य हेतु भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की सूची पहले जारी कर दी है जिससे भाजपा के प्रत्यासी अपने प्रचार में घूमना शुरू कर दिए हैं ,वही कांग्रेस की भी सूची तैयार है लेकिन जारी नही हुई है सूत्रों की माने तो प्रत्यासियो को इशारा कर दिया गया है, और प्रत्यासी अपने काम मे जुट गए हैं, इस बार सामाजिक समीकरण हावी नजर आ रहा है, जिस समाज की जहां संख्या ज्यादा है पार्टियों ने उसी समाज से प्रत्यासी उतारने का प्रयास किया है